शेयर मार्केट में अकाउंट कैसे खोलें?

आज इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि शेयर मार्केट में अकाउंट कैसे खोलें; यदि आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ते हैं; तो आप आसानी से शेयर मार्केट में अकाउंट खोल सकते हैं।

यदि आप शेयर मार्केट में निवेश करने का मन बना चुके हैं, तो इसके लिए आपको एक डीमैट अकाउंट खोलने की जरुरत पड़ेगी; यह डीमैट अकाउंट एक इलेक्ट्रॉनिक अकाउंट होता है; और इस अकाउंट में आप अपने शेयरों को स्टोर करके रखते हैं। 

आपको यह जानकर थोड़ी खुशी होगी कि शेयर मार्केट में अकाउंट खोलना मुश्किल काम नहीं है; इस अकाउंट को बहुत आसान तरीके से खोला जा सकता है;

शेयर मार्केट में अकाउंट कैसे खोलें?

चलिए जानते हैं, शेयर मार्केट में अकाउंट कैसे खोलें?

शेयर मार्केट में अकाउंट खोलने के लिए आपको यहाँ दिए जा रहे स्टेप्स को फॉलो करना‌ होगा; यदि आप इन सभी स्टेप्स को ध्यान से फॉलो करते हैं; तो आपके लिए शेयर मार्केट‌ में अकाउंट खोलना बाएँ हांथ का खेल हो जाएगा; तो चलिए एक-एक कर सभी स्टेप्स को ध्यान से समझते‌ हैं।

स्टेप 1: अकाउंट खोलने के लिए एक अच्छे ब्रोकर का चुनाव करें:

हाँ, यह सही है, शेयर मार्केट में अकाउंट खोलने के लिए, आपको एक अच्छे और उच्च क्वालिटी के ब्रोकर का चुनाव करना चाहिए; ताकि आपको लाँग टर्म इंवेस्टमेंट के दौरान किसी भी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े। 

ध्यान दीजिए – ब्रोकर एक कंपनी है; जिसके माध्यम से आप किसी भी कंपनी के शेयर को खरीद और बेच सकते हैं; भारत में एक नहीं बहुत सारे ब्रोकर हैं, इसलिए आपको यह सुझाव दिया जाता है कि आप अपने लिए एक सही ब्रोकर चुनें।

स्टेप 2: जरूरी डाक्यूमेंट्स सबमिट करें:

एक सही और उच्च क्वालिटी के ब्रोकर का चुनाव करने के बाद; आपको यहाँ बताए जा रहे जरुरी डाक्यूमेंट्स जमा करने होंगे; जो कुछ इस प्रकार हैं – 

  • Aadhar Card (आधार कार्ड)
  • Pan Card (पैन कार्ड)
  • Bank Account Details (बैंक अकाउंट डिटेल्स)
  • Photo (फोटो)

स्टेप 3: अकाउंट खोलने के लिए ऑनलाइन अप्लाई करें

जब आप अपने सभी डाक्यूमेंट्स सबमिट कर लेते हैं, उसके बाद आपको ऑनलाइन आवेदन करने की जरुरत पड़ती है; इस ऑनलाइन अप्लिकेशन में आपको अपना पर्सनल इनफार्मेशन और फाइनेंशियल इनफार्मेशन देना होगा।

स्टेप 4: अपना KYC प्रक्रिया पूरी करें

KYC मतलब “Know Your Customer” होता है; यह एक सुरक्षित प्रक्रिया होता है; इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद, आप यह सुनिश्चित करते हैं कि ब्रोकर के साथ अकाउंट खोलने वाला व्यक्ति मतलब आप वही है जो आपका डाक्यूमेंट्स आपके बारे में कहता है; 

अगर सीधा-सीधा कहें; तो KYC के जरिए आप इस बात की पुष्टि करते हैं कि आप और आपका डाक्यूमेंट्स दोनों सही‌ हैं। इस प्रक्रिया में आपको ज्यादातर आधार कार्ड और पैन कार्ड के साथ अपना पहचान वेरिफाई करना होता है।

स्टेप 5: अकाउंट वेरिफिकेशन

KYC प्रक्रिया पूरी होने के बाद; आपका अकाउंट वेरिफाई किया जाएगा; आप याद रखिएगा कि अकाउंट वेरिफिकेशन के दौरान आपके बैंक अकाउंट से एक छोटी-सी राशि ट्रांसफर होगा; यह राशि इतनी छोटी होती है कि इस बारे में आपको चिंता करने की जरूरत नहीं पड़ती है।

स्टेप 6: अकाउंट खोलने के लिए फीस जमा करें

आप याद रखिएगा – कुछ ब्रोकर ऐसे भी होते हैं; जो आपका डीमैट अकाउंट खोलने के लिए आप से फीस चार्ज करते हैं; यह फीस ब्रोकर के आधार पर अलगअलग हो सकती है।

स्टेप 7: अपना डीमैट अकाउंट शुरू करें 

जब आपका डीमैट अकाउंट वेरिफाई हो जाता है; और आप अपने फीस का भुगतान कर देते हैं; तो इसके बाद आप अपना डीमैट अकाउंट शुरू कर सकते हैं। 

डीमैट अकाउंट एक्टिव होने के बाद आप किसी‌ भी कंपनी के शेयरों को खरीदने और बेचने के लिए अपने चुने गए ब्रोकर की ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर सकते हैं।

जैसा कि हमने आपको‌ पहले ही बता‌ दिया कि शेयर मार्केट में अकाउंट खोलना‌ मुश्किल नहीं एक आसान काम है।

मुझे ट्रेडिंग अकाउंट कहां खोलना चाहिए?

अगर आपके मन‌ में ट्रेडिंग अकाउंट कहां खोलना चाहिए इस बात‌ को लेकर असमंजस चल रहा है; तो आपकी जानकारी के लिए मैं‌ आपको बता‌ देना चाहता‌ हूँ कि‌ ट्रेडिंग अकाउंट कहां खोलना चाहिए; यह इस बात पर डिपेंड करता है कि आपका निवेश करने का लक्ष्य क्या है; और आपके पास कितना अनुभव है। 

अगर आप‌ शेयर मार्केट में एक नए‌‌‌ खिलाड़ी हैं, तो आपको एक ऐसे ब्रोकर‌ का चुनाव करना चाहिए; जो शुरुआत में आपके लिए अनुकूल हो; और कम फीस चार्ज करता हो; यहाँ कुछ अच्छे विकल्प मौजूद हैं; जैसे – Zerodha, Upstox, और 5paisa.

यदि आप शेयर बाजार के बारे में अधिक अनुभव रखते हैं; और आप ज्यादा जटिल स्ट्रैटेजी का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो आप एक फुल सर्विस ब्रोकर का चुनाव कर सकते हैं। 

ये वे ब्रोकर हैं; जो आपसे ज्यादा फीस लेते हैं; लेकिन इसके बदले वे आपको अधिक एडवांस्ड फीचर्स और सर्विसेज प्रदान करते हैं; इन ब्रोकरों का नाम कुछ इस प्रकार हैं; HDFC Securities, ICICI Securities, और Kotak Securities.

जब आप एक ट्रेडिंग खाता खोलने के लिए एक ब्रोकर का चुनाव कर रहे हों; तो आपको यहाँ दिए जा रहे है कारकों पर ध्यान देना चाहिए:

  • Fees (शुल्क): याद रखिएगा – अलग-अलग ब्रोकर अलग-अलग तरह के फीस चार्ज करते हैं; इसलिए आपको अकाउंट खोलने से पहले लगने वाले हर तरह के फीस चार्ज पर अच्छे से विचार कर लेना चाहिए; जैसे कि ट्रेडिंग चार्ज, एडवाइज़री फीस, और मेंटेनेंस चार्ज।
  • Features (सुविधाएं): इस पर ध्यान दीजिएगा – अलग-अलग ब्रोकर कई तरह के फीचर्स और सर्विसेज प्रदान करते हैं; इसलिए आपको उन फीचर्स और सर्विसेज पर ध्यान देना चाहिए; जो आपके लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण हैं, जैसे कि मोबाइल ऐप, एनालिटिकल टूल्स और कस्टमर सपोर्ट।
  • Reliability (विश्वसनीयता): निवेश करने से पहले आपको यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि आप एक विश्वसनीय ब्रोकर के साथ काम कर रहे हैं या नहीं। आप इस बात का ख्याल रखें कि ब्रोकर को SEBI द्वारा रजिस्टर्ड होना चाहिए और उसमें फाइनेंशियल स्थिरता होनी चाहिए।

यहां भारत में कुछ सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग ब्रोकर दिए गए हैं;

आप इनमें से किसी भी ब्रोकर की वेबसाइट पर जाकर या इनके एप का उपयोग करके आसानी से एक ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं। खाता खोलने के लिए आपको किस-किस चीज़ की जरूरत होगी; इस बारे में हम पहले ही बात कर चुके हैं।

ऑनलाइन डिमैट अकाउंट कैसे खोलें ?

अब डिमैट अकाउंट खोलना मुश्किल‌ काम नहीं रह गया है; आप इसे घर बैठे ऑनलाइन आसानी से खोल सकते हैं। बस आपको करना यह है कि आप किसी भी डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) की वेबसाइट पर जाकर या उनके मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करके अकाउंट खोल सकते हैं।

ऑनलाइन डिमैट अकाउंट खोलने के लिए यहाँ बताए जा रहे स्टेप्स को फॉलो करें:

  1. भारत में एक नहीं कई डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) उपलब्ध हैं। आपको एक ऐसे DP का चुनाव करना चाहिए; जो आपकी उम्मीदों पर खरा उतरे; जैसे कि आपको कम फीस में, अच्छी सुविधाएं और सर्विसेज की गारंटी मिलती हो।
  2. ऑनलाइन डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको एक आवेदन पत्र भरना होगा; जिसमें आपको अपने व्यक्तिगत विवरण, संपर्क जानकारी, और बैंक विवरण शामिल करना होगा।
  3. जरुरी डाक्यूमेंट्स अपलोड करें; इन डाक्यूमेंट्स में आपको अपना पहचान प्रमाण, एड्रेस प्रूफ, और बैंक स्टेटमेंट अपलोड करना होगा।
  4. अपने अकाउंट को वेरिफाई करें; याद रखें; DP आपके सबमिट किए गए अप्लिकेशन को वेरिफाई करने के लिए आपसे संपर्क करेगा।
  5. अपने अकाउंट को एक्टिव करें; याद रखें; एक बार आपका अप्लिकेशन वेरिफाई हो जाने के बाद, आपका अकाउंट एक्टिव हो जाएगा।

ऑनलाइन डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको इन डाक्यूमेंट्स की आवश्यकता होगी; जैसे:

  • पैन कार्ड
  • वोटर आईडी
  • पासपोर्ट
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • आयकर रिटर्न
  • बैंक स्टेटमेंट

आप याद रखिएगा कि डिमैट अकाउंट निवेशक के लिए एक महत्वपूर्ण टूल है; इसके जरिए आप शेयरों, म्यूचुअल फंड, और अन्य एसेट्स को खरीद और बेच सकते हैं; ऑनलाइन डिमैट अकाउंट खोलना एक आसान काम है; और यह आपको शेयर बाजार में निवेश शुरू करने के लिए जरूरी चीजें प्रदान करता है।

ऑनलाइन डिमैट अकाउंट कैसे खोलें?

अब डिमैट अकाउंट खोलना मुश्किल‌ काम नहीं रह गया है; आप इसे घर बैठे ऑनलाइन आसानी से खोल सकते हैं। बस आपको करना यह है कि आप किसी भी डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) की वेबसाइट पर जाकर या उनके मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करके अकाउंट खोल सकते हैं।

डिमैट अकाउंट में कितना चार्ज लगता है?

अलग-अलग ब्रोकर अलग-अलग तरह के फीस चार्ज करते हैं; इसलिए आपको अकाउंट खोलने से पहले लगने वाले हर तरह के फीस चार्ज पर अच्छे से विचार कर लेना चाहिए; जैसे कि ट्रेडिंग चार्ज, एडवाइज़री फीस, और मेंटेनेंस चार्ज।

सबसे अच्छा डिमैट अकाउंट किसका है?

यहां भारत में कुछ सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग ब्रोकर दिए गए हैं;
अगर आप‌ शेयर मार्केट में एक नए‌‌‌ खिलाड़ी हैं, तो आपको एक ऐसे ब्रोकर‌ का चुनाव करना चाहिए; जो शुरुआत में आपके लिए अनुकूल हो; और कम फीस चार्ज करता हो; यहाँ कुछ अच्छे विकल्प मौजूद हैं; जैसे – Zerodha, Upstox, और 5paisa.

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