अगर आप पूरी ईमानदारी और लगन के साथ अपने काम पर ध्यान दें तो सफलता आपकी कदम चूमे बगैर नहीं रह सकती; आप एक बार ऐसा करके जरूर देखें. 

यदि आप किसी काम में बार-बार फेल हो जाते हैं तो आपको तबतक सफलता नहीं मिलेगी जबतक आप अपने फेल होने के सही कारण को नहीं समझ लेते हैं.

अगर आप एक बार के प्रयास में अपना मुकाम हासिल कर लेते हैं तो आपको जीतने का सही अनुभव नहीं हो पाता है;  

मुझे यह समझ में नहीं आता कि लोग फेल होने पर निराश क्यों हो जाते हैं; शायद वो यह नहीं जानतें कि फेल होना और सफल होना दोनों एक दुसरे के पूरक हैं.

अगर आप किसी पहाड़ की ऊंचाई तक पहुँचना चाहते हैं तो आपको पहाड़ की तलहटी से ही अपना सफ़र शुरू करना होगा;  

किसी मंजिल तक पहुंचने से पहले यह तय कर लीजिए कि जिस रास्ते पर आप चल रहें हैं; वह आपको सही मंजिल तक ले जाएगा या नहीं; क्योंकि लोग अपनी मंजिल हासिल करने के बाद भी खुश नहीं हो पाते हैं.

अगर आप अपने जीवन में कुछ बड़ा करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपके दिल और दिमाग़ के बीच संघर्ष शुरू हो जाएगा; अगर आपका लक्ष्य स्पष्ट है तो आपका दिल आपको संभाल लेगा;  

जब आप खुद पर विश्वास कर अपने काम को पूरी मेहनत और लगन के साथ करते हैं तो आपके काम से ऊपर वाला खुश होकर आपको वह दे देता है जिसके आप हकदार होते हैं.